चौदह वर्षीय घायल अंकुश नांगरे पर न्यायालय द्वारा कारवाई किये जाने पर उसके लिए जिम्मेदार कौंन?
विधायक अॅड आशिष शेलार का सवाल
मो.मुकीम शेख
मुंबई/दहिहंडी खेलेते समय घायल हुए गोविंदाओं से राज्य के सांस्कृतिक मंत्री विनोद तावडे और मुंबई भाजपा अध्यक्ष विधायक अॅड. आशिष शेलार ने केईएम अस्पताल में जाकर मुलाकात किया. केईएम की तिसरी मंजिल के वॉर्ड क्र. ३७ में उपचार करवाने के लिए भर्ती हुए चार घायल गोविंदांओ से मुलाकात करके उनका हाल चाल पूछा और रिश्तेदारों से मुलाकात किया.
उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक मिडिया से कहते हुए अॅड आशिष शेलार ने कहा की, हमे इसमें राजनीति नही करना है, दहिहंडी उत्साहात
मनाया जाये इसलिए भाजपा सरकारने मुंबई उच्च न्यायालय में भूमिका लिया तथा सर्वोच्च न्यायालय की याचिका पुनर्जिवित करके मुंबई उच्च न्यायालय की निर्णय का खुलासा मिलने का प्रयत्न किया. लेकिन उसके बाद न्यायालय ने उत्सव को क़ानूनी बंदिश लगाया. उस समय भाजपाने नियम और कानून के दायरे में रहकर ही उत्सव मनाये जाने की भूमिका लिया . दुसरी तरफ इस दहिहंडी को साहसी खेल का दर्जा दिया. व यह खेल सुरक्षित करने का भी प्रयत्न किया. लेकिन कुछ लोगो ने नवजवानों को चेतावनी दिया. इस तरह की चेतावनी का बाजा बजाने वाले अब बाजा गद्दे के नीचे रखकर सो गए है क्या? घायल गोविंदाओं को देखने के लिए वह क्यों नही आये . यह सवाल विधयक अॅड आशिष शेलार ने इस समय किया.बता दे की केईएम में उपचार करवा रहे कुमार अंकूश नांगरे यह अभी चौदह वर्ष का है. सर्वोच्च न्यायालय ने १८ वर्ष के कम उम्र के गोविंदांओ को खलने पर पाबंदी लगाये जाने के बावजूद इस चौदह वर्षिय अंकूश को खेलने के लिए प्रोत्साहन देने वाले अब कहा है. यदि न्यायालय ने उनके ऊपर कारवाई किया तो उसके लिए जिम्मेदार कौन? यह सवाल भी विधायक अॅड आशिष शेलार ने उपस्थित किया है.
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