फेरीवालों के खिलाफ मनपा का अत्याचार सहा नहीं जाएगा – राव
मांग पूरी न किए जाने पर जून में होगा तीव्र आंदोलन
मुंबई। मुंबई महानगर पालिका प्रशासन फेरीवालों को हर दिन परेशान कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद फेरीवालों को न्याय नहीं मिल रहा है। मनपा प्रशासन इसी तरह फेरीवालों को परेशान करती रही तो मुंबई हॉकर्स यूनियन जून महीने में मुंबई शहर और उपनगरों में तीव्र आंदोलन करेगी। यह बात मुंबई हॉकर्स यूनियन संघटन के अध्यक्ष शंशाक राव ने कही।
मुंबई मराठी पत्रकार संघ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शंशाक राव ने कहा कि मनपा आयुक्त सिताराम कुंटे जिस तरह से फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहें हैं उसे देखकर ऐसा लगता है कि उन्होंने बड़े-बड़े मॉल मालिकों और दुकानदारों से फेरीवालों को हटाने की सुपारी ली है। दी स्ट्रीट वेंडर्स(प्रोटेक्शन ऑफ लाइवलीहूड एंड रेगुलेशन ऑफ़ स्ट्रीट वेंडिग) एक्ट 2014 के तहत जो नियम बनाया चाहिए था वह न बनाकर मनपा आयुक्त सीताराम कुंटे की अध्यक्षता में बनाई गई समिति ने फेरीवाले भविष्य में किसी भी तरह का धंधा न कर पाएं इस तरह का कठोर नियम बनाकर सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा है। सीताराम कुंटे द्वारा फेरीवालों को परेशान कर उन्हें पीड़ित करने के लिए बनाएं जा रहे नियम के खिलाफ यूनियन 28 अप्रैल को मुख्यमंत्री और मुंबई सहित महाराष्ट्र के सभी विधायकों और सांसदों सें मुलाकात कर निवेदन देगी। और इसके माध्यम से यह मांग की जाएगी की मुंबई के सभी फेरीवालों का सर्वेक्षण सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार टाउन वेंडिंग कमिटी द्वारा बनाया जाए, नए नियम में फेरीवाले जिस जगह पर वर्षों से धंधा लगाते हैं उसी जगह पर उन्हें आगे भी धंधा करने की सुविधा मिले।
राव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फेरीवालों के पक्ष में जो फैसला दिया है, मनपा उसका पालन नहीं कर रही है। उलटे फेरीवालों को परेशान करने का काम किया जा रहा है। दो लाख से अधिक फेरीवालों का अभी तक सर्वेक्षण नहीं हुआ। मनपा प्रशासन का यह अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन अगर हमारी मांगे नहीं मानेगी तो जून के पहले सप्ताह में यूनियन तीव्र आंदोलन करेगी।
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