बाल आतंकवाद पर भारत की पहली फिल्म बिल्लू उस्ताद की हुई शुरूआत
कैलाश खेर एवं वैशाली सामंत ने गानों की रिकाॅर्डिंग की
मुंबई, नारायण फिल्म्स द्वारा निर्मित बाल आतंकवाद पर भारत की पहली फिल्म बिल्लू उस्ताद के संगीत का मुहूर्त कैलाशा स्टूडियो में किया गया। यहां कैलाश खेर एवं वैशाली सामंत की आवाज में गानों की रिकाॅर्डिंग की गई। संगीत के मुहूर्त पर अभिनेता प्रियांशु चटर्जी एवं मिथिला नायक भी मौजूद थे, जिन्होंने मीडिया से बातचीत की।
फिल्म की कहानी का आइडिया एवं काॅन्सेप्ट निर्माता श्री शांतनु सिंह के पास लंबे समय से था। निर्देशक सुवाहदन अंगरे के साथ श्री सिंह ने इस फिल्म ‘बिल्लू उस्ताद’ के माध्यम से समाज को एक संदेश देने की कोशिश की है।
सुवाहदन अपनी पहली फिल्म ‘’आदेश-पाॅवर आॅफ लाॅ‘’ के निर्माता/निर्देशक के लिए मशहूर हैं, जो अगले दो महीनों में रिलीज़ होने के लिए तैयार है। यह फिल्म एक सरकारी वकील श्री उज्जवल निकम की जिंदगी पर बनी है। वे खतरनाक अंडरवल्र्ड डाॅन अबू सलेम पर भी एक फिल्म बना रहे हैं।
बिल्लू उस्ताद के डायरेक्टर सुवाहदान अंगरे ने कहा, ‘‘यदि आईएसआईएसआई, आतंकवादी समूह एवं जेहादी बच्चों को भारत के खिलाफ लड़ने एवं आतंकवाद फैलाने का प्रशिक्षण दे सकते हैं, तो भारत में भी बिल्लू जैसे बच्चे हैं, जिन्हें हमारे देश की रक्षा का प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इस फिल्म के माध्यम से हम किशोरों में देशभक्ति की भावना विकसित कर सकते हैं। यह फिल्म आश्रम के जीवन, बच्चों के खुशी के पलों एवं एकजुटता का विस्तार से प्रदर्शन करती है।’’
बिल्लू उस्ताद के निर्माता शांतनु सिंह ने कहा, ‘‘इस फिल्म के द्वारा हम समाज को मनोरंजन के साथ एक संदेश देना चाहते थे। बच्चे प्रोत्साहन एवं प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत हैं। इस फिल्म में कई मनोरंजक क्षण हैं एवं इसमें अनाथालय के वातावरण में बच्चों की जिंदगी के बारे मंे बताया गया है। इसके डायलाॅग एवं स्क्रीनप्ले कुछ इस तरह से संजोए गए हैं, कि बच्चों एवं खासकर उनके माता पिता को एक संदेश मिले।’’
बिल्लू उस्ताद, बिल्लू नामक एक लड़के एवं उसके दोस्तों की कहानी है। ये लोग अनाथाश्रम में रहते हैं। बिल्लू एक हिम्मती एवं दृढ़निश्चयी लड़का है, जिसे अपने आसपास की घटनाओं की जानकारी है। उसके चार पक्के दोस्त हैं जिनके साथ वे खेलता है, हंसता है और लड़ाई करता है। इस कहानी में तब मोड़आता है, जब आतंकवादी बिल्लू के दोस्तों का अपहरण कर लेते हैं एवं आतंकवादी गतिविधियां करने के लिए उनका ब्रेनवाॅश कर देते हैं। बिल्लू आईएएस अधिकारी अजय एवं एटीएस अधिकारी सिराज के साथ आतंकवादियों को कड़ी चुनौती देता है, जिसे इस फिल्म में दिखाया गया है।
सुवाहदान अंगरे ने तारे जमीन पर, द मिथ (हाॅलीवुड), जोधा अकबर एवं ओम जय जगदीश आदि जैसी मशहूर फिल्मों में असिस्ट किया है। वे पिछले 15 सालों से बाॅलीवुड में हैं। बिल्लू उस्ताद के संगीत निर्देशक श्रीरंग अरास हैं एवं इसके गीत सचिन निकम और दिव्येश मुंगरा ने लिखे हैं।
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