Thursday, 26 May 2016

एन्टोप हिल कब्रस्तान की जमीन के मामले शिवसेना सभागृह नेता के मकान पर मोर्चा

एन्टोप हिल कब्रस्तान की जमीन के  मामले शिवसेना सभागृह नेता के मकान पर मोर्चा
संवाददाता
मुंबई / वडाला एन्टोपहिल स्थित सुन्नी मुस्लिम वडाळा कब्रस्तान ट्रस्ट का कब्रस्तान है. इस कब्रस्तान सटी हुयी जमीन पालिका नियमानुसार
कब्रस्तान  को दिया जाना  आवश्यक होता है गलत जानकारी के आधार पर इस जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है इसलिए 
शिवसेना की  स्थानिक नगरसेविका और  सभागृह नेता  तृष्णा विश्वासराव के मकान पर  २७ मई  को मोर्चा निकाला जायेगा यह  जानकारी समाजवादी पार्टी के गट नेता  रईस शेख ने दिया है.
बता दे की वडाला एन्टोपहिल स्थित सुन्नी मुस्लिम वडाळा कब्रस्तान ट्रस्ट का ८० हजार चौरस फुट जमीन पर कब्रस्तान है. इस कब्रस्तान से लगकर  ३ हजार चौरस फुट की जमीन है. यह जमीन
कब्रस्तान  को दिया जाए यह मांग कई बार किया गया  लेकीन पालिका
इस पर नजरअंदाज किया है. खाली जमीन के बाजू में 
कब्रस्तान  है  यह छुपाकर इस जमीन पर छोटे बच्चो के लिए
टॉय लायब्ररी बनाई जाने वाली है.विकास  प्रारुप मंजूर न होने पर
और विकास प्रारूप को शिवसेना का  विरोध  होने के बावजुद
शिवसेना  की   सभागृह  नेता विश्वासराव ने टॉय लायब्ररी निमार्ण कार्य की सुरुवात किया है.फिलहाल उस जगह  कब्रस्तान १०० वर्षे पुरानी है. उस  जगह  अन्य धार्मिक विधि करते समय अडचण होती है.
 मृत व्यक्ती के साथ आने वाले लोगो को रास्ता रोककर रास्ते पर नमाज पढना पडता है. दफनाने के बाद स्त्री और पुरुषो को वजु बनाना पडता है जिसका इंतजाम इस जगह नही है.पालिका नियमानुसार ५० हजार चौरस फूट पर  दफ़नभूमी में नागरिको को रास्ता रहना चाहिए लेकीन इस एक ही रास्ता होने से कभी भी दुर्घटना हो सकती है यह संभावना व्यकत कि जा रही है.कब्रस्तान के बाजु का ३ हजार चौरस फुट
की जमीन मिलने पर यह सभी सुविधा किया जा सकता है.
 रास्ते पर नमाज पडने के लिए रास्ता  रोकना  नही पडेगा यह
जमीन  ट्रस्ट को दिए जाने  की मांग कि जा रही है.
शिवसेना युवानेता आदित्य ठाकरे के साथ ट्रस्ट के पदाधीकारीयो ने मुलाकात करने पर   आदित्य ने तृष्णा विश्वासराव  को  फोन  करके
मामला खत्म करने का निर्देश दिया था. लेकीन उसके बाद
विश्वासराव ने टॉय लायब्ररी के निचे की जमीन तुम लो और उपर की जमीन  टॉय लायब्ररी  को दो यह  प्रस्ताव  दिला  है. निचे के फ्लोर पर लाश का अंतिम विधि के समय धार्मिक कार्यक्रम  करने पर इसका असर होगा की नही यह सवाल प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है।

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