आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के शिक्षा के लिए ऑलसुपरमार्ट की पहल
~ सामाजिक प्रतिबद्धता उपक्रम के तहत पालघर जिले में से 222 बच्चों को लिया गोद; करेंगे शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति ~
मुंबई/पालघर, 25 मई 2016: सामाजिक प्रतिबद्धता उपक्रम के तहत स्थानीय विक्रेताओं की वस्तुओं व सेवाओं की बिक्री की सुविधा प्रदान करनेवाला हाइपरलोकल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ऑलसुपरमार्ट ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महाराष्ट्र के पालघर जिले में से 1 से 17 वर्ष की आयु के 222 बच्चों को गोद लिया हैं। इन बच्चों को स्कूल बैग्स, यूनिफॉर्म्स /कपड़े, जूते- चप्पल, आवश्यक स्टेशनरी एवं रेनकोट जैसी शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने की जिम्मेदारी ऑलसुपरमार्ट द्वारा की जाएगी।
गतिविधि का संचालन पालघर जिले के विक्रमगड तालुका (उपखंड) के तीन गांवों वनवासीपाडा, सावा और उभीडोन में 24 मई 2016 को किया गया। धामनी डैम के निकट स्थित ये इलाके भारत की स्वतंत्रता के 7 दशकों के बाद भी बिजली और मूलभूत आधारभूत संरचना से वंचित हैं। इसलिए ऑलसुपरमार्ट ने इन गांवों में सकारात्मक परिवर्तन लाने का उत्तरदायित्व ग्रहण किया है।
इस गतिविधि पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए अमित सिंह, संस्थापक व सीईओ, ऑलसुपरमार्ट ने कहा कि, ''शिक्षा मनुष्य का मूल अधिकार है एवं इसे सभी के लिए सुलभ बनाया जाना चाहिए। दुख की बात यह है कि हमारे देश में वंचित लोग स्वयं एवं अपने बच्चों के लिए इस अधिकार का लाभ नहीं सुनिश्चित कर पाते। इसलिए इस सीएसआर गतिविधि के साथ ऑलसुपरमार्ट इन बच्चों के खूबसूरत सपनो को पूर्ण करने की आशा कर रहा है और उन्हें सफलता के पथ पर बिना किसी रुकावट अथवा संघर्ष के अधिकतम स्तर की सफलता अर्जित करने में सहायता कर रहा है।''
इस गतिविधि के माध्यम से ऑलसुपरमार्ट द्वारा अपने दो माह का लाभ समाज की भलाई के लिए दान स्वरुप प्रदान किया जायेगा। उपरोक्त शैक्षणिक आवश्यकताओं के साथ ही एएसएम छात्रवृत्ति (टयूशन फीस, हॉस्टल के खर्च व शिक्षा का कुल खर्च शामिल) के योग्य विद्यार्थियों को उनकी उच्च शिक्षा के लिए फंड उपलब्ध कराएगा। इस प्रकार उनमें यह विश्वास उत्पन्न करने का प्रयास किया जायेगा कि जीवन में परिश्रम से सब कुछ संभव है।''
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