सत्ता धारी के झगडे में मुंबई जलमय होगी - प्रवीण छेडा
संवाददाता
मानसुन नजदिक आने पर भी मुंबई में नाले सफाई अभी तक योग्य प्रकार से न होने पर महापालिका के सत्ताधारी शिवसेना और भाजपा यह दोनो दल एक दुसरे पर अपने आप को बेहतर दिखाने में
व्यस्त है. शिवसेना और भाजपा के झगडे के चलते नाले सफाई पर ध्यान नही देने से बरसात में मुंबई जलमय होकर २६ जुलाई की तरह परिस्थिती आ सकती है यह आरोप विरोधी दल नेता प्रवीण छेडा ने लगाया है.
बता दे कि मुंबई की महापौर स्नेहल आंबेकर ने पालिका आयुक्त को
पत्र देकर नाले की सही ढंग से नही हुयी है और मुंबई में पानी जमा हुवा तो प्रशासन जिम्मेदार रहेगा यह कहा है. वास्तविक देखकर
सत्ताधारी दल प्रशासन पर अंकुश रहना चाहिए लेकीन यह
अंकुश न होने से सत्ताधारी दल अपनी जिम्मेदारी ली जबाबदारी
झटक कर मुंबईकर नागरीको से अपने आप को पाक साफ बताने का प्रयास कर रही है यह छेडा ने कहा.
महापालिका के काम व उपक्रम का उद्घाटन करके जिस तरह सत्ताधारी दल करुन दाखवले (कर दिखाया) इसका श्रेय लिया उसी तरह
सत्ताधारी नालेसफाई के काम से न भागे पिछले वर्ष
सत्ताधारी दल ने नाले सफाई का निरीक्षण दौरा करके स्वय की
पीठ थपथपाया था.
भाजपा ने भी नालेसफाई के मामले की जिम्मेदारी
शिवसेना पर ढकेला था इसका छेडा ने निषेध किया है . नाले सफाई मामले में सत्ताधारी दल अपनी जिम्मेदारी प्रशासन पर ढ़केली है
फिर भी जिम्मेदार विरोधी दल है इसलिए नाले सफाई काम का निरिक्षण दौरा करके नाले सफाई की पोल खोल करेगे यह छेडा ने कहा है.
सत्ताधारी क्रेडीट के पिछे
पालिका के अधुरे काम करके उद्घाटन करते हुए सत्ताधारी शिवसेना और भाजपा श्रेय लेते रहती है. जोगेश्वरी के ट्रोमा सेंटर में यही प्रकार हुवा. ब्रिटानिया पम्पिंग स्टेशन का काम अधुरा होने के बावजुद
उसका उदघाटन करने का साजीश कर रहे है.
आज वरळी स्थित बेस्ट की जमीन कब्जे मे ां होने के बावजुद
महाव्यवस्थापक और भाजपा के बेस्ट समिती के अध्यक्ष मोहन मीठबावकर को विश्वास में न लेकर डिपो का
शिवसेना उद्घाटन किया है. यह घटना मतलब काम अधुरा करते है और श्रेय पुरा लेते है यह छेडा ने कहा है.
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