Friday, 9 September 2016

समुद्र में स्टिंग रे और जेलीफिश का खतरा

समुद्र में स्टिंग रे और जेलीफिश का खतरा
संवाददाता
मुंबई/पाचवे दिन गणपतीं बाप्पा के विसर्जन के दौरान ही दादर, गिरगाव चौपाटी पर जेलीफीश का आक्रमण हुयी है। कुलाबा के बधवार पार्क और दादर के समुद्र के किनारे पर हजारो ब्ल्यू जेलीफिश पाये गये है। इसके साथ गिरगाव चौपाटी पर भी स्टिंग रे पाये गये है। इसके लिए गणपतीं का विसर्जन करते वक्त गणेशभक्तों को सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है। समुद्र में स्टिंग रे और जेलीफिश का खतरा है। पानी हरे रंग का दिखाई तो समुद्र में ना उतरे, लाइफ गार्ड की सहायता ले और बाप्पा का विसर्जन करे । कुलाबा में भी जेलीफिश है। दादर के समुद्र का पानी काफी हरा हुआ है। साथ उसपर तेल की लहर भी बड़े पैमाने पर है। कीर्ती महाविद्यालय से सोमवंशी हॉल तक जेलीफिश पाये गये है। यह जेलीफिश निले रंग के है । सिर्फ दादर चौपाटी ही नहीं बल्कि कुलाबा के समुद्र में भी जेलीफिश दिखाई पड़ा है, यह स्थानिय नागरिको ने कहा है। इस समय दादर चौपाटी पर मनपा के 30 लाइफ गार्ड तैनात है। 120 निजी लाइफ गार्ड तैनात किये गये है। इसके साथ 25 - 30 डॉक्टर और चार एम्बुलेंस तैनात की गई है। छोटे जेलीफिश जहरीले नहीं होते है। बड़े जेलीफिश जहरीले होते है। जेलीफिश काटने के बाद त्वरित डॉक्टर के पास जाकर इलाज करे।

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