कांजूर डंपिंग ग्राउंड से आनेवाली दुर्गंध से निपटना जरूरी-यशोधर फणसे
योजना के लिए जल्द ही संयुक्त बैठक आयोजित की जाएंगी-आयुक्त
संवाददाता / मुंबई
मुुंबई। कांजूर डंपिंग ग्राउंड को लेकर वहां के स्थानीय नागरिक और नेताओं द्वारा जोरदार विरोध किया जा रहा है। स्थानीय विधायकों और नगरसेवकों के विरोध के कारण गुरूवार को मनपा आयुक्त अजोय मेहता और स्थायी समिति के अध्यक्ष यशोधर फणसे सहित कई लोगों ने दौरा किया।कांजूर डंपिंग ग्राउंड और कचरे पर प्रक्रिया करनेवाले केंद्र से आनेवाली दुर्गंध के चलते पास परिषर में रहनेवाले लोगों में भारी नाराजगी है। यदी इससे निपटने के उपाय खोजा जाएं तो इसके खिलाफ जो विरोध हो रहा है उसे कम किया जा सकता है। और इसके लिए मनपा प्रशासन को तुरंत कदम उठाना चाहिए। यह निर्देश स्थायी समिति के अध्यक्ष यशोधर फणसे ने प्रशासन को दिया है।
मुलुंड मुख्य डंपिंग ग्राउंड, कांजूर डंपिंग ग्राउंड और देवनार डंपिंग ग्राउंड के दौरा करने के समय आयुक्त अजोय मेहता ने कहा कि कांजूर डंपिंग ग्राउंड और कचरे पर प्रक्रिया करनेवाले कें द्र की पूरी जांच कर उसकी तकनीकी जानकारी और कमियों को समझने के लिए जल्द ही एक बैठक आयोजित की जाएगी। दुर्गंध रोकने के लिए तकनीकी उपाय का पता लगाकर जनप्रतिनिधी, पदाधिकारी यो के साथ
संयुक्त बैठक आयोजित किया जाएगा।
संयुक्त बैठक आयोजित किया जाएगा।
बता दें कि गोराई कचरा हस्तांतरण केंद्र से दो वर्ष के समय से कचरा निकालकर उसे मुलुंड, देवनार, कांजूर स्थित मुख्य डंपिंग ग्राउंड में नष्ट करने से संबंधति प्रस्ताव ९ नवंबर को स्थायी समिति क ी बैठक में चर्चे के लिए आया था। जिसे लेकर स्थायी समिति ने जांच दौरा आयोजित किया था। इस दौरान स्थानीय विधायक अशोक पाटिल, विधायक सुनील राऊत, विधायक तुकारात काते, मनपा में विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र आंबेरकर, भाजपा गटनेता मनोज कोटक, मनसे के गटनेता संदीप देशपांडे, राकांपा के गटनेता धनंजय पिसाल, सपा के गटनेता रईस शेख, एम/पूर्व प्रभाग समिति के अध्यक्ष अरुण आदि उपस्थित थे।
मनपा आयुक्त अजोय मेहता ने सभी परियोजना की पूरा निरीक्षण स्वय सभी जनप्रतिनिधियों के साथ पैदल चलकर कीया। विधायक सुनील राऊत, धनंजय पिसाल, दत्ता दलवी ने स्थानीय नागरिकों की ओर से समाधान व्यक्त किया।
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