मुंबई शिवसेना बालकिला, साथ ही अधिक संख्या में मराठी विभाग परिसर है। जबकि स्मार्ट सिटी श्रेणी में बीएमसी ने परेल को प्रथम स्थान देने का निणर्य लिया है। दो वर्षो के लिए दो करोड़ रुपए की मांग हैं। स्मार्ट सिटी का इसे केन्द्र बनाया जायेगा। उल्लेखनिय है कि केंद्र सरकार की योजना भारत के कई शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की है। ल्जिसमें मुंबई का समावेश है। स्मार्ट सिटी में 60 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध होगें, जिससे 2 करोड़ 30 लाख लोगों का जीविकोपार्जन आसानी के साथ कर कसते हैं।
परेल को प्रथम स्थान क्यों==
लोअर परेल विभाग आशिया खंडातील में स्मार्ट सिटी के अतंर्गत प्रथम स्थान दिया गया है। लेकिन लोअर परेल को प्रथम स्थान देने से बीएमसी के कुछ गटनेताओं व नगरसेवकों में नाराजगी बनी हुई हैं कि आखिरकार लोअर परेल को प्रथम स्थान क्यों दिया गया। सर्व विभाग के व्यवसाय,व्यापारी के मध्यवर्ती केंद्र होने के लिए प्रस्ताव है। स्मार्ट सिटी के दौरान स्वास्थ्य, मोबाइल, नागरी सुविधा, उर्जा सोत्र, कचरा व्यवस्थापन, मलनि:सारण, प्रौद्ययोगिक सूचना विभाग, रास्ता में एलईडी, पानी की सुविधा, प्रभाग समिति संवाद व प्रश्नावली सहित अन्य सुविधाएं देने के लिए 5 लाख करोड़ रुपए का अनुमातित खर्च होने की संभावना हैं।
अनेक सुविधाए==
लोअर परेल में अनेक कंपनी व होटल कार्ररत हैं। लोअर परेल के इधर व आस पास के स्थानों पर अनेक सुविधाए है। मोजेस रोड़ से लाला लजपतराय रोड.(उत्तर) महालक्ष्मी दक्षिण, रेलवे वरील पूल, महालक्ष्मी उत्तर, रेलवे पुल, लोअर परेल, रेलवे पुल आदि हैं।
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